जीरा शराब फैक्ट्री पर ED की बड़ी कार्रवाई, 79.93 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क
विवादित जीरा शराब फैक्ट्री पर ईडी ने फिर बड़ी कार्रवाई की है. मामले में अब जालंधर ईडी ने 79.93 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है. ईडी ने कहा मार्लबोरो इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री पर यह कार्रवाई पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई के बाद की गई है.
ज्वाइंट फ्रंट जीरा के मुख्य नेता रोमन बराड़ ने बताया कि ईडी ने जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1974 के प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिए मैसर्स मालब्रोस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा दायर एक आपराधिक शिकायत के आधार पर जांच शुरू की है, जिसमें रिवर्स बोरिंग के माध्यम से अपशिष्ट जल को गहरे जलभृतों में इंजेक्ट किया गया था।
उन्होंने कहा कि ईडी की जांच से पता चला है कि मैसर्स मालब्रोस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (जिसकी औद्योगिक इकाई गांव मंसूरवाल, तहसील जीरा, जिला फिरोजपुर में है) जानबूझकर और गुप्त रूप से रिवर्स बोरिंग के माध्यम से गहरे जलवाही स्तर में अप्रमाणित अपशिष्ट जल को इंजेक्ट करके और बार-बार अपशिष्ट जल को भूमि, नालों और निकटवर्ती चीनी मिलों में छोड़ कर भूजल प्रदूषण का कारण बन रहा था और अपराध की आय प्राप्त कर रहा था। में शामिल था
इसके दिन-प्रतिदिन के कार्यों में भूमि और भूजल में अस्वच्छ सीवेज का लगातार अवैध निर्वहन शामिल था, जिससे जल प्रदूषण के रूप में बड़े पैमाने पर अपूरणीय पर्यावरणीय क्षति हुई और परिणामस्वरूप स्वास्थ्य संबंधी खतरों के कारण फसल की हानि, पशुधन की मृत्यु और आसपास के गांवों के निवासियों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ा।
बता दें कि इससे पहले, 16.07.2024 को छह स्थानों पर तलाशी ली गई थी और धारा 17 पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत मेसर्स मालब्रोस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और उसके निदेशकों के परिसरों से 78.15 लाख रुपये की नकदी जब्त की गई थी।
