पंजाब सरकार ने आशीर्वाद योजना के तहत बीसी और ईडब्ल्यू वर्गों के लाभार्थियों को 12.44 करोड़ रुपये जारी किए
पंजाब की सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक मंत्री डॉ. बलजीत कौर आज बताया कि पंजाब सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान आशीर्वाद योजना के तहत पिछड़े वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 2,440 लाभार्थियों के लाभ के लिए 12.44 करोड़ रुपये की राशि जारी की है।
अधिक जानकारी देते हुए डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि आशीर्वाद पोर्टल के माध्यम से 15 जिले से पात्र लाभार्थियों की संख्या आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें अमृतसर, बरनाला, बठिंडा, फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, मानसा, श्री मुक्तसर साहिब, पटियाला, पठानकोट, रूपनगर, संघरकोटला और मालेरकोटला शामिल हैं। इन 2,440 लाभार्थियों को कवर करने के लिए कुल 12.44 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है।
उन्होंने आगे बताया कि अमृतसर से 657, बरनाला से 7, बठिंडा से 44, फिरोजपुर से 124, गुरदासपुर से 509, होशियारपुर से 79 और जालंधर से 92 लाभार्थियों को इस सहायता के तहत कवर किया गया है। इसी प्रकार, मानसा से 143, श्री मुक्तसर साहिब से 70, पटियाला से 42, पठानकोट से 290, रूपनगर से 35, एसएएस नगर से 13, संगरूर से 50 और मालेरकोटला से 285 लाभार्थियों को भी इस योजना के तहत लाभान्वित किया गया है।
बलजीत कौर ने कहा कि आशीर्वाद योजना के तहत कम आय वाले परिवारों की लड़कियों की शादी के लिए पंजाब सरकार द्वारा 51,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। उन्होंने आगे कहा कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को पंजाब का स्थायी निवासी होना चाहिए, गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) परिवार से होना चाहिए और जाति या अन्य श्रेणियों के अंतर्गत आना चाहिए। अनुभाग सभी स्रोतों से परिवार की कुल वार्षिक आय ₹32,790 से कम होनी चाहिए, और प्रति पात्र परिवार अधिकतम दो बेटियां योजना के तहत लाभ उठा सकती हैं।
कैबिनेट मंत्री ने आगे बताया कि वित्तीय सहायता डीबीटी के माध्यम से सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पंजाब सरकार समाज के सभी वर्गों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए तेजी से काम कर रही है।
बलजीत कौर ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार न केवल सभी वर्गों के कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, बल्कि अनुसूचित जाति, पिछड़े वर्गों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए भी लगातार काम कर रही है।
